हम एक कमरे से दूसरे कमरे में कुछ सामान लेने जाते हैं तो कमरे में जाने के बाद पाते हैं कि जो सामान लेने आए थे वह तो भूल ही गये । अगर वापस उसी कमरे में जाये जहां से शुरू किया था तो साधारणतया वह चीज हमें दुबारा याद आ जाती है जिसे हमें लेने जाना था ।
हम फ्रिज या अलमारी से कोई खास समान लेने के लिए जाते हैं लेकिन पाते हैं कि याद ही नहीं आ रहा । तो फ्रिज / अलमारी बन्द करके 3-4 कदम चलते हैं तो अचानक वह चीज याद आ जाती है । आखिर वह वस्तु प्राप्त करने में सफल हो जाते हैं ।
ये कुछ बातें हैं जो साधारणतया सुनने में आती हैं ऐसा क्यों होता है ? इससे कैसे बचा जाए ?
विश्लेषण विभिन्न प्रयोगों से यह साबित हुआ है कि हमारा दिमाग सूचना स्मरण करने में तब बेहतर स्थिति में होता है । जब यह अपने आपको उन परिस्थितियों में पाता है जिनमें इसने वह सूचना याद की थी । इसलिए जब हम प्रारंभिक अवस्था में जाते हैं तो तुरंत वह चीज हमें याद आ जाती है । दिमाग का यह खास गुण ही है जो हमें उसी तरह की परिस्थिति में स्मरण करने में मदद करता है । दिमाग की यही क्रिया सुधार प्रक्रिया कहलाती है । ऐसा क्यों होता है हम कभी - कभी कुछ सेकंडों के लिए भी सूचना धारण नहीं कर पाते ?
उत्तर : हमारा दिमाग एक सोचने की मशीन है । हो सकता है उस खास समय पर , आप कुछ और सोचने में व्यस्त हों । जो पुरानी सूचना को दिमाग में बने रहने में विघ्न डालती है । इसे दिमागी अनुपस्थिति की अवस्था कहते हैं । पढ़ाई में सुधार प्रक्रिया को कैसे प्रयोग करें । कभी - कभी परीक्षा भवन में , हम उत्तर स्मरण करने में अपने आपको असमर्थ पाते हैं जिसे हमने पहले याद कर लिया था । हम बहुत प्रयत्न करते हैं पर सब बेकार । हम आपकी इसमें सहायता करते हैं । आप एकाग्र होकर , दिमागी रूप में वापस उन्हीं परिस्थितियों में जाओ जिनमें आपने वह उत्तर याद किया था । फिर मानसिक चित्रण बनायें , पुस्तक का पृष्ठ खोलें जिस पर उत्तर लिखा है । फिर मन ही मन पढ़े । यह सब करने में आपको 10 सैकण्ड से ज्यादा नहीं लगेंगे । महत्त्वपूर्ण संकेत : पुन : दर्शन
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